Friday, May 8, 2020

कोरोना महामारी

                                                                    कोरोना महामारी   




        आज सम्पूर्ण विश्व कोरोना नाम की भीषण महामारी से जूझ रहा है । दुनिया भर में ३० लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं २ लाख से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और यह आकड़ा बहुत तेजी के साथ बढ़ रहा है । सोचने योग्य बात यह है कि अभी तक इस बीमारी का कोई भी इलाज सामने नहीं आया है और न ही कोई वैक्सीन बन सकी है । किसी भी स्वास्थ्य संगठन के पास इसकी पुख्ता जानकारी का अभाव है । सारे शोध संस्थान इसकी वैक्सीन बनाने में दिन-रात जुटे हुए हैं । देश और दुनिया इससे निपटने के लिए कितना तैयार थी और है यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा । वर्तमान में इससे बचने का एक ही उपाय है । स्वयं की दुसरों से दुरी बनाये रखना ताकि इसे फैलने से रोका जा सके ।

  

        विश्व में कोरोना की शुरुवात एक नए किस्म के कोरोनावायरस के संक्रमण के रूप में मध्य चीन के वुहान शहर से वर्ष २०१९ के दिसम्बर माह के मध्य में हुई । बहुत से लोगों में निमोनिया के लक्षण देखे गए यह अधिकांश वही लोग थे जो सीफूड मार्किट में मछलियों और पशुओं का व्यापर करते थे । जिसके इलाज के दौरान चीन के वैज्ञानिकों ने एक नई नस्ल के कोरोना वायरस की पहचान की । इस नए वायरस में लगभग ७० प्रतिशत वही जीनोम अनुक्रम पाए गए जो सार्स-कोरोनावायरस में पाए जाते हैं । जिसके बाद २० जनवरी २०२० को चीन प्रीमियर ली केकियांग ने नोवल कोरोना वायरस के कारण फैलने वाली निमोनिया महामारी को रोकने और नियंत्रित करने के लिए निर्णायक और प्रभावी प्रयास करने का निश्चय किया । इसी क्रम में ३० जनवरी २०२० को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस के प्रसार पर चिंता व्यक्त करते हुए अन्तराष्ट्रीय स्तर पर सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया ।

          

        विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस की महामारी को कोविड-१९ (covid-19) नाम दिया । चीन से शुरू हुआ यह संक्रमण देखते ही देखते थाईलैंड, जापान,दक्षिण कोरिया, ताइवान, संयुक्त राज्य अमेरिका, हांगकांग, मकाऊ, सिंगापूर, फ़्रांस, नेपाल, वियतनाम, आस्ट्रेलिया, जर्मनी, इटली फिलीपींस सहित कई देशों में फैलता चला गया ।  संक्रमण ने फैलते हुए भारत देश को भी ३० जनवरी २०२० को अपनी चपेट में ले लिया जब केरल के तृश्शूर में देश के पहले कोरोना मामले की पुष्टि हुई । फिर ३ फरवरी २०२० तक यह संख्या बढ़कर ३ हो गयी ये सभी छात्र चीन के वूहान से लौटे थे । मार्च माह में इसके मामलों में तीर्वता देखने को मिली जिनमें से अधिकतर लोग विदेश से लौटे थे और १२ मार्च को सऊदी अरब से लौटे ७६ वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई । यह भारत देश में कोरोना से हुई पहली मृत्यु थी । संक्रमण के प्रभाव को ध्यान में रखते हुए १९ मार्च को देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने २२ मार्च को एक दिन का जनता कर्फ्यू लगाने की समस्त देश से अपील की । २४ मार्च २०२० देश के इतिहास का पहला ऐसा दिन था, जब देश में सभी अति आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं को छोड़कर समस्त देश में २१ दिनों के लिए लॉक डाउन कर दिया गया । देश के प्रधान मंत्री ने  संक्रमण की गंभीरता को समझते हुए यह फैसला लिया । यह पहला मौका है जब देश के समस्त, शिक्षण संस्थान, कार्यालय, उद्योग, यहाँ तक की समस्त यात्री परिवहन सुविधा रेल सहित को भी बंद कर दिया गया । देश में लॉक डाउन के बाद भी संक्रमण का आंकड़ा बढ़ता देख २१ दिन बाद पुनः १९ दिन के लिए लॉक डाउन लगा दिया गया जो ३ मई तक चलेगा । २७ अप्रैल को देश के मुख्यमंत्रियों के साथ चौथी बैठक में लॉक डाउन को पुनः बढ़ाने की मांग की गई है और स्थिति की गंभीरता को देखते हुए यह आवश्यक भी है ।

      

        हमारे देश में इस महामारी को देखते हुए जो निर्णायक फैसलें तेजी के साथ लिए जा रहे हैं वह वास्तव में काबिले तारीफ है । जिस प्रकार देश के डॉक्टर, प्रशासन, सफाईकर्मियों ने अपनी जान की परवाह न करते हुए देश के लिए स्वयं को समर्पित कर दिया है इसके लिए देश उनका सदैव ऋणी रहेगा । इस महामारी का कोई इलाज नहीं है इसलिए मात्र इसको फैलने से रोका जाना ही इसके प्रभाव को कम कर सकता है । इस समय देश की जनता ने जो समझ और सावधानी का परिचय राष्ट्रहित में दिया है वह विश्व में सभी के लिए प्रेरणा का काम कर रहा है । सम्पूर्ण देश में लॉक डाउन के चलते देश की अर्थव्यवस्था भले ही अपने निचले स्तर पर जा रही हो परन्तु भारत में आज भी जीवन धन से अधिक अनमोल है यह साबित कर दिया । इस समस्या से सभी देश को साथ मिलकर लड़ना होगा । साथ ही एक बात का ध्यान देना और विशेष आवश्यक है कि जिस प्रकार जनता ने लॉक डाउन में संयम का परिचय दिया है इसके बाद भी संयम और अनुशासन का पालन करेंगें । अब देश में सभी की निगाहें देश की सरकार और प्रशासन पर टिकी हैं कि शायद जल्द ही कोई अच्छी खबर मिले...

-प्रशांत मिश्र 

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