अध्याय -८
आजीविका गतिविधियाँ
स्वयं सहायता समूह के सदस्य विविध योग्यता स्तर के होते हैं। उन्हें अपनी क्षमता और योग्यता के अनुसार अपने लिए कोई कार्य/व्यवसाय चयन करना चाहिए। नीचे कुछ कार्य/व्यवसाय/उद्योग की सूची इसलिए दी जा रही हैं, जिससे समूहों को अपने लिए आजीविका चयन में मदद मिल सकें। इन क्रियाकलापों का चयन करने पर समूह को प्रशिक्षण दिलाये जाने की व्यवस्था है...
* बकरी पालन
* भैंस पालन
* सूअर पालन
* मुर्गी पालन
* गन्ने की खेती
* केले की खेती
* पपीता की खेती
* श्री विधि से धान की खेती
* श्री विधि से गेहूं की खेती
* जैविक विधि से सब्जी की खेती
* नर्सरी स्थापना
* मशरूम उत्पादन
* मधुमक्खी पालन
* डेयरी उद्योग
* गन्ना गुड़ निर्माण
* मेंथा आयल
* पशु चारा निर्माण
* वर्मी कमोपोस्ट
* आलू चिप्स निर्माण
* फूलों की खेती
* जनरल स्टोर
* फ़ास्ट फ़ूड
* रंग गुलाल निर्माण
* पेपर लिफाफा निर्माण
* पेपर ज्वैलरी, मेटर ज्वैलरी निर्माण
* जेन्ट्स/लेडीज पर्स निर्माण
* लेदर पर्स, बेल्ट निर्माण
* चप्पल निर्माण
* दोना पत्तल निर्माण
* टेड़ी बियर/ड्राई फ्लावर निर्माण
* फ़ाइल फोल्डर निर्माण
* फ़ाइल कवर निर्माण
* हथकरघा वस्त्र उद्योग
* जरदोजी
* कढ़ाई, सिलाई, बुनाई प्रशिक्षण
* ब्यूटी पार्लर
* कार रिपेयरिंग
* मोटर साइकिल रिपेयरिंग
* कम्प्यूटर प्रशिक्षण
* मोबाइल रिपेयरिंग
* चाक निर्माण
* मिट्टी के बर्तन निर्माण
* दिया सिलाई उद्योग
* नमकीन कार्य
* मल्टीग्रेन आटा निर्माण
* दलिया निर्माण
* अनाज, दाल, मसाला, आदि का प्रशोधन एवं पैकिंग
* मिनी राइस मिल
* चीनी दाल मिल
* घानी तेल
* भारतीय मिष्ठान निर्माण
* खाद्य निर्माण
* पेठा निर्माण
* सिटिजन इन्फोर्मेशन बोर्ड निर्माण
* इण्टरलोकिंग/ईट निर्माण
* मौरंग, गिट्टी व्यवसाय
* लोहे का गेट, ग्रिल निर्माण
* फर्नीचर निर्माण
* टेंट हाउस
* झाड़ू निर्माण
* जूट उत्पादों का निर्माण
* चूड़ी निर्माण
* डलिया निर्माण
* मोमबत्ती निर्माण
* धूपबत्ती/अगरबत्ती निर्माण
* दिवाली झालर निर्माण
* मिठाई डिब्बा निर्माण
* पानीपूरी निर्माण
* अचार पापड़
* लाख (चूड़ी) निर्माण
* डी.डी.यू.जी.के.वाई. के तहत रोजगारोन्मुख
* यू.पी.एस.डी.एम. कौशल विकास
* नूडल निर्माण
* इनवर्टर, बल्ब रिपेयरिंग
* डिटर्जेंट निर्माण
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