Sunday, April 13, 2025

महाराष्ट्र में पंचायतों के प्रमुख प्रावधान

 महाराष्ट्र में पंचायतों के प्रमुख प्रावधान 

बॉम्बे ग्राम पंचायत अधिनियम, 1958 

          महाराष्ट्र में ग्राम पंचायत बॉम्बे ग्राम पंचायत अधिनियम, 1958 की धारा 5 के तहत शासित होती है। राज्य में नई ग्राम पंचायत की स्थापना करते समय जनसँख्या को ध्यान में रखा जाता है। ग्राम पंचायत का प्रबंधन सरपंच, उपसरपंच, ग्राम सेवक की मदद से किया जाता है। ग्राम पंचायत पंचायत राज का सबसे निचला लेकिन सबसे महत्त्वपूर्ण हिस्सा हैं ।

        महाराष्ट्र में 27,951 ग्राम पंचायतें हैं। 

ग्राम पंचायत अधिनियम की धाराएँ:-  

महाराष्ट्र ग्राम पंचायत अधिनियम 1958 की धारा 5 के अनुसार, प्रत्येक गाँव के लिए एक ग्राम पंचायत होनी चाहिए

* ग्राम पंचायत के कार्यों को पूरा करने के लिए गाँव के लोग जनसँख्या के अनुपात में प्रत्यक्ष मतदान द्वारा अपने प्रतिनिधियों का चुनाव करेंगें 

* उक्त सदस्यों मा मतदान वयस्क एवं गुप्त मतदान द्वारा होगा 

आरक्षण:-

* ग्राम पंचायत में कुल सीटों में से 50% सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हैं

* अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के लिए जनसँख्या के अनुपात में सीटें आरक्षित हैं 

* 27% सीटें अन्य पिछड़ा वर्ग श्रेणी के लिए आरक्षित हैं


सदस्यों की योग्यता :- 

* वह गाँव की ग्राम सभा का सदस्य होना चाहिए 

* उसका नाम मतदाता सूची में होना चाहिए 

* उसकी आयु 21 वर्ष पूरी हो जानी चाहिए 

* कृषि एवं ऋण सहकारी समितियों के अध्यक्षों को सहयोगी सदस्य के रूप में लिया जा सकेगा, लेकिन इसके लिए ग्राम पंचायत की अनुमति आवशयक होगी, अब यह पद्धति बंद कर दी गई है।  

कार्यकाल :-

ग्राम पंचायत का कार्यकाल 5 वर्ष का होता है  ग्रामपंचायत के भंग होने के भीतर चुनाव कराना अनिवार्य है तथा किसी भी परिस्थिति में कार्यकाल विस्तार की अनुमति नहीं है \ ग्राम पंचायत को भंग करने का अधिकार राज्य सरकार को है यदि आधे से अधिक सदस्य त्यागपत्र दे देते हैं, तो राज्य सरकार उपचुनाव कराने का निर्देश देती है या बर्खास्त करने का निर्णय लेती है कलेक्टर उस सन्दर्भ में सरकार को रिपोर्ट भेजता है 

* पहाड़ी क्षत्र में 300 से 1500 कि आबादी में 7 सदस्य होते हैं 


सरपंच और उपसरपंच:-  

सरपंच ग्रामपंचायत का कार्यकारी मुखिया होता है ग्राम पंचायत से चुने गए सदस्य अपने बीच से सरपंच और उपसरपंच का चुनाव करते हैं (2017 से सरपंच का चुनाव सीधे जनता से होता है) सरपंच का पद आरक्षित है जबकि उप सरपंच का पद खुला है और चुनाव से पहले कलेक्टर कार्यलय में आरक्षण ड्रा निकाला जाता है चुनाव के बाद ग्रामपंचायत की पहली बैठक बुलाने केलिए जिला कलेक्टर अधिसूचना जारी करता है जिला कलेक्टर द्वारा नुइयुक्त एक अधिकारी इस बैठक की अध्यक्षता करता है 

Thursday, April 10, 2025

उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव कब होंगें

 उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव कब होंगें 

        उत्तर प्रदेश पंचायत चुनावों को एक वर्ष से कम का समय रह गया है। पिछली बार 26 मार्च 2021 को पंचायत चुनावों की अधिसूचना जारी हो गई थी। पंचायत का चुनाव पांच वर्षों के बाद होता है। यदि अधिसूचना से 5 वर्षों गणना करें तो 26 मार्च 2026 को अधिसूचना के 5 पांच साल पूरे हो रहे हैं। अर्थात् आने वाले वर्ष में 26 मार्च के आस-पास ही पंचायत चुनावों को लेकर के अधिसूचना जारी होने की सम्भावना है। पंचायत से जुड़े लोगों में पंचायत चुनाव को लेकर के अभी से तैयरियों का दौर शुरू हो गया है।


    वर्ष 2021 के चुनाव 4 चरणों में आयोजित किये गए थे । 

        पहले चरण के नामांकन का समय 3 अप्रैल से 4 अप्रैल निर्धारित था । जिसके मतदान की तिथि 15 अप्रैल निश्चित की गई थी। इस चरण में सहारनपुर, गाजियाबाद, रामपुर, बरेली, हाथरस, आगरा, कानपूर नगर, झाँसी, महोबा, प्रयागराज, रायबरेली, हरदोई, अयोध्या, श्रावस्ती, संतकबीर नगर, गोरखपुर, जौनपुर, भदोही में चुनाव हुए ।                    

        इसी प्रकार दूसरे चरण के नामांकन की तिथि 7 और 8 अप्रैल तथा मतदान के लिए 19 अप्रैल की तिथि निर्धारित थी। दूसरे चरण में मुजफ्फरनगर, बागपत, गौतमबुद्ध नगर, बिजनौर, अमरोहा, बदायूं, एटा, मैनपुरी, कन्नौज, इटावा, ललितपुर, चित्रकूट, प्रतापगढ़, लखनऊ, लखीमपुर खीरी, सुल्तानपुर, गोंडा, महाराजगंज, वाराणसी, आजमगढ़ में चुनाव हुए।

           तीसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल 2021 को आयोजित किया गया जिसके नामांकन की तिथि 13 एवं 15 अप्रैल थी । इस चरण में शामली, मेरठ, मुरादाबाद, पीलीभीत, कासगंज, फिरोजाबाद, औरैया, कानपुर देहात, जालौन, हमीरपुर, फतेहपुर, उन्नाव, अमेठी, बाराबंकी, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, देवरिया, चंदौली, मिर्जापुर, बलिया में पंचायत चुनाव आयोजित किये गए।                     

        चौथे चरण का मतदान 29 अप्रैल को हुआ जिसके नामांकन की तिथि 17 और 18 अप्रैल निश्चित की गई थी ।  चौथे एवं अंतिम चरण में बुलंदशहर, हापुड़, संभल, शाहजहांपुर, अलीगढ़, मथुरा, फरुखाबाद, बाँदा, कौशाम्बी, सीतापुर, अम्बेडकरनगर, बहराइच, बस्ती, कुशीनगर, गाजीपुर, सोनभद्र, मऊ में पंचायत चुनाव हुए । 

    चारों चरणों में आयोजित चुनाव की मतगणना के लिए 2 मई 2021 की तिथि निर्धारित थी। 





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